सतना – मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद द्वारा दीनदयाल शोध संस्थान के नेतृत्व में आयोजित चौपाल में आज अभियान के चौथे दिवस स्थानीय लोगों ने मंदाकिनी नदी के किनारे एकत्रित होकर आयोजित चौपाल में अपने अपने विचार रखे। सभी उपस्थित ग्रामीणों द्वारा 20 वर्ष से वर्तमान तक मंदाकिनी नदी के गिरते जल स्तर पर चर्चा की गई और आगामी समय में कारगर कदम उठाते हुए जन सहभागिता के साथ नदी संरक्षण की शपथ ली गई। जल चौपाल का संचालन दीनबंधु सेवा संस्थान मझगवां के डॉ. सतीश कुमार त्रिपाठी द्वारा किया गया। कार्यक्रम में मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के विकासखंड समन्वयक्त विजेंद्र जड़िया द्वारा कार्यक्रम की प्रस्तावना एवं उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि मंदाकिनी नदी ग्राम के लिए वरदान है। ग्राम वासियों से प्रकृति के इस उपहार को संजोकर रखने की अपील की गई। कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र से पुष्पेंद्र सिंह गुर्जर, दीनदयाल शोध संस्थान से हरी राम सोनी, समाज शिल्पी अक्षय तिवारी, नवांकुर संस्था शिवा ग्रामीण विकास संस्थान से बृजेंद्र सिंह, परामर्शदाता संजू मिश्रा, मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास कार्यक्रम की छात्रा कामिनी शिवहरे ने पर्यावरण एवं जल संरक्षण विषय की विविध पहलुओं पर अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम के अंत में सभी सहभागियों ने मंदाकिनी नदी के तट पर जल संरक्षण हेतु अवलोकन किया। इस अवसर पर ग्राम पंचायत की सरपंच श्रीमती सरमनिया मवासी ने सभी का आभार व्यक्त किया । कार्यक्रम में मुख्य रूप से जीतेंद्र द्विवेदी, प्रशांत चतुर्वेदी, अशोक शर्मा, गंगा प्रसाद कुशवाहा, भगवत प्रसाद मिश्रा, संजय नामदेव, चंद्रकली त्रिपाठी, विजयलक्ष्मी तिवारी, मोनिका शिवहरे, सहित ग्रामीण जन उपस्थित रहे।