आज कि सेविंग कल की जरूरतों का सहारा

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सतना- आज के मंहगाई और एडवांस जमाने में पैसा सबसे महत्वपूर्ण चिज है क्योंकि कब कैसी क्या जरूरत पड जाए इसका पता किसी को नहीं होता है और जरूरत इस मंहगाई के दौर में सिर्फ पैसों से ही पुरी होती है। बच्चों और यंगस्टर्स को लुभाने के लिए इतने संशाधन बाजार में मौजूद हैं जिससे बच्चों और यंगस्टर्स को फिजूल खर्च करते हुए आसानी से देखा जा सकता है जिसका असर उनके मां बाप पर भी पडता है एवं खुद बच्चों पर इसका गलत असर दिखने लगता है। एक कहावत के अनुसार अगर कुबेर भी आमदनी से ज्यादा खर्च करे तो उसका खजाना भी खाली हो जाएगा इसलिए खर्चों की समय सीमा तय होना बहुत जरूरी है साथ ही जरूरी है उसी आय में बचत करना और ये आदत मां बाप को अपने बच्चों के अंदर डालना चाहिए प्यार से समझा कर जिससे उनका भविष्य उज्जवल हो सके। ज्यादातर मां बाप अपने बच्चों की हर छोटी बडी मांग पुरी कर देते हैं पर यह लापरवाही उनके और उनके बच्चों के लिए मुसीबत बन जाती है इसलिए बच्चों को छोटी उम्र में ही बचत के फायदे और नुकशान के बारे में बताते रहें। एक्शन विचार डाट काम न्यूज चैनल द्वारा शहर के कुछ बुजुर्गो से रायशुमारी करते हुए बचत करने के फायदे बाबत उनके विचारों को जाना।

उनके बचाए हुए पैसों से उन्हें गिफ्ट दिलवाएं – अनिल

शहर के बांधवगढ़ निवासी अनिल श्रीवास्तव ( 65 वर्ष ) ने बताया पैसा हर तरह काम ही आता है इसलिए बच्चों को बचत के पैसों से उन्हीं की जरूरतों की चिजें दिलवाना चाहिए जैसे पढाई के लिए टेबल, चेयर, स्टोरी बुक्स, वीडीयो गेम्स, आदि क्योंकि ऐसा करने से बच्चों में बचत करने के लिए उत्साह और अधिक बढ जाएगा।

डाले बचत कि आदत – चन्द्रगुप्त

शहर के नई बस्ती में रहने वाले चन्द्रगुप्त सिंह ( 71 वर्ष ) के अनुसार बच्चे जब भी रिश्तेदारी में जाते हैं तो रिश्तेदरों से उन्हें पैसे मिलते हैं उन पैसों की बचत के लिए बच्चों को गुल्लक लेकर देना चाहिए जिससे बच्चे वो पैसे गुल्लक में डाल कर बचत करना सीखें और बचत की आदत का विकास करें।

घर के खर्चों को करें शेयर – कमलभान

शहर के घुरडांग निवासी कमलभान पटेल ( 62 वर्ष ) के अनुसार कई बार मां बाप ये नहीं जानते कि बिस्किट, चॉक्लेट, कोल्ड ड्रिंक, खिलौने के लिए बच्चों के जिद करने पर बच्चों के उपर कितना रूपया फिजूल खर्च हो जाता है जिससे घर का बजट बिगड जाता है इसलिए मां बाप के लिए जरूरी है की वो बच्चों को बताते रहें की वो कितनी मेहनत से पैसा कमाते हैं और अगर पैसे नहीं होगें तो आपके क्या क्या जरूरी काम रूक जायेगें।

सुनाएं सक्सेस स्टोरी – रामवतार

शहर के बैंक कॉलोनी निवासी रामवतार मिश्रा ( 68 वर्ष ) के अनुसार मां बाप को अपने परिवार में यदि किसी नें सुविधाओं के आभाव में कुछ बडा हासिल किया है तो यह सक्सेस स्टोरी बच्चों को जरूर बताएं एवं समय समय पर बच्चों को महान व्यक्तियों की सक्सेस स्टोरी बताते रहें कि कैसे उन्हें मेहनत करके ये मुकाम मिला।

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