सतना- शहर में कुछ ऐसे गिरोह सक्रिय हैं जो दोपहर के वक्त लोगों के घरों का दरवाजा खटखटा कर या घंटी बजाकर साडी बेचने या अन्य कोई सामान बेचने के बहाने घरों की रैकी कर रहे हैं। उनसे उनके आधार कार्ड या पहचान पत्र दिखाने कि बात कहने पर उनके द्वारा आनाकानी की जा रही है।
विस्तार- देश में वर्षों से रोहिंग्या को लेकर चल रही सियासी जंग की खबरें अखबारों और न्यूज चैनलों के माध्यम से लोगों को रोज ही पढने और देखने मिलती रहती है पर जादातर लोग ऐसी खबरों को गंभीरता से नहीं लेते हैं एवं खबर को सियासी जंग तक ही मान लेते हैं किन्तु यह एक गंभीर समस्या है। गली मोहल्लों में घुम कर सामान बेचने का चलन वर्षों पुराना है किन्तु उस चलन में भी स्थानीय राज्य के फेरी वाले ज्यादा होते थे और दुसरे राज्य से आए हुए फेरी वाले कम होते थे। समय परिवर्तन एवं मार्डन युग बढने के वजह से स्थानीय फेरी वाले कम होते जा रहे किन्तु बाहर से आए हुए फेरी वाले ज्यादा देखने मिल रहे हैं उनमें जादातर बांग्ला भाषा का प्रयोग करते हैं ऐसे में यह एक सोचनीय विषय है कि क्या बाहर से आए हुए इन फेरी वालों के लिए समय परिवर्तन नहीं हुआ है और क्यों इनकी तादाद बढ़ती जा रही ? उनका आधार कार्ड या पहचान पत्र दिखाने कि बात पर उनके द्वारा आनाकानी क्यों कि जाती है ? बताते चलें कि उत्तराखंड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले के हर गांव में वहां के प्रधानों द्वारा गैर हिन्दु फेरी वालों के प्रवेश पर 5000 जुर्माना एवं कानूनी कार्यवाही का बोर्ड लगाकर गैर हिन्दु फेरीवालों के प्रवेश पर रोक लगा दिया गया है।