.प्राकृतिक खेती के लिए एक बगिया मां के नाम तैयार कर घर के बच्चों को भी करें शामिल-प्रतिमा बागरी
सतना – नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी सतना जिले के कृषि विज्ञान केन्द्र मझगवां में 5 दिवसीय प्राकृतिक कृषि पर कृषि सखियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल हुई। राज्यमंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी ने कहा कि कृषि सखियों को प्राकृतिक खेती पद्धति में घर के आस-पास एवं घर में उपलब्ध संसाधनों से ही प्राकृतिक खेती के माध्यम से बिना रसायन एवं देशी बीजों का उपयोग करते हुए स्वास्थ्यवर्धक खाद्य उत्पाद तैयार करके स्वयं एवं समाज के लिए उपलब्ध कराने के प्रयास किये जाने चाहिए। इसके साथ ही एक बगिया मां के नाम तैयार कर अपने उपयोग की साग-सब्जी भी उगाई जा सकती है।
दीनदयाल शोध संस्थान कृषि विज्ञान केन्द्र मझगवां, सतना में नेशनल मिशन ऑन नैचरल फार्मिंग अन्तर्गत कृषि सखियों हेतु 5 दिवसीय प्राकृतिक कृषि पर कृषि तकनीकी प्रबंधन संस्था (आत्मा) सतना, कृषि कल्याण तथा कृषि विकास विभाग सतना एवं कृषि विज्ञान केन्द्र मझगवां के संयुक्त तत्वावधान में आवासीय प्रशिक्षण 1 से 5 सितम्बर तक आयोजित किया गया। जिसमें प्राकृतिक खेती पर सैद्धांतिक एवं प्राकृतिक पहलुओं पर केन्द्र के विशेषज्ञों द्वारा विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया। जिसका समापन कार्यक्रम शुक्रवार को राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी, जनपद पंचायत अध्यक्ष रेणुका जायसवाल, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जयनारायण पाण्डेय, वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. नवीन कुमार शर्मा की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर प्राकृतिक खेती के प्रमुख घटक एवं प्रशिक्षण मोड्यूल विषय पर पुस्तिका का विमोचन भी किया गया। सर्वप्रथम वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. नवीन कुमार शर्मा कृषि विज्ञान केन्द्र, मझगवॉ द्वारा प्रशिक्षण के विषय में जानकारी दी। तदुपरान्त कृषि सखियों के प्रशिक्षण के सन्दर्भ में अभिमत लिए गए। कार्यक्रम में जनपद अध्यक्ष रेणुका जायसवाल ने कहा कि प्राकृति खेती आज की आवश्यकता है जिसमें कृषि सखी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।