चित्रकूट – नगरीय विकास एवं आवास मत्री तथा सतना जिले के प्रभारी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी ने लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300 वीं जयंती समारोह के अवसर पर महात्मा चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय में आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने विश्व विद्यालय के फाइन आर्ट के छात्र-छात्राओं द्वारा अहिल्याबाई होल्कर के जीवन चरित्र पर आधारित चित्रों का गंभीरतापूर्वक अवलोकन किया।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि 31 मई से पूरे देश में लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300 वीं जयंती समारोह को जयंती वर्ष के रूप में पूरे वर्ष भर मनाया जायेगा। मालवा क्षेत्र की महारानी देवी अहिल्याबाई होल्कर ने शिव भक्ति की आराधना में लीन होते हुए शासक के रूप में कुशल रणनीति और कुशल कूटनीति का उत्कृष्ट उदाहरण दिया। इतिहास में लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर अकेली महिला शासक रही जिन्होंने 28-30 सालों तक शासन करते हुए अपने राज्य में एक भी युद्ध नहीं होने दिया और ना ही उनके शासन काल अकाल पडा। कुशल सुशासन उत्पादन का कुशल प्रबंधन और न्याय प्रियता, सेवा, धर्म की धनी देवी अहिल्याबाई होल्कर आधुनिक विचाराधारा के बावजूद अपने सनातन परंपरा को पल्लवित करने का काम किया। धर्म परायण, समाज सुधारक, संगीत प्रेमी, मालवा की महारानी होने पर भी सामान्य स्वरूप में महेश्वर के महल में रही है। जिन्होंने हिन्दूत्व के स्वाभिमान को जगाने के लिए टूटे हुए मंदिरों को पुर्ननिर्माण कराया और 250 मंदिर बनवाये। देवी अहिल्याबाई होल्कर ने पूरे देश के द्वादस ज्योर्तिलिंग और चारों धाम के मंदिरों का पुर्ननिर्माण विकास कर आध्यात्मिक और सनातनी धर्म का संरक्षण किया। उन्होंने कहा कि लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर के जीवन से बहुत कुछ सीखा जा सकता है और हर वर्ग का व्यक्ति माता अहिल्या के जीवन का अनुसरण कर महान व्यक्ति बन सकता है।
यह भी रहे उपस्थित
इस मौके पर विधायक चित्रकूट सुरेन्द्र सिंह गहरवार, विधायक विक्रम सिंह, महापौर योगेश ताम्रकार, कुलगुरू ग्रामोदय विश्वविद्यालय प्रो. भरत मिश्रा, जिलाध्यक्ष भगवती प्रसाद पाण्डेय, जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष मोहन नागर, डीआरआई के संगठन सचिव अभय महाजन, प्रबल श्रीवास्तव, पूर्व स्पीकर अनिल जायसवाल, बालेन्द्र गौतम भी उपस्थित थे।