- सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों में लापरवाही पड़ी भारी
- एक हजार दिवस से लंबित थी कंप्लेन
सतना। सीएम हेल्पलाइन में एक हजार दिवस की लंबित शिकायतों का निराकरण न करना 17 अधिकारियों को भारी पड़ गया। सतना कलेक्टर अनुराग वर्मा द्वारा आयोजित समय-सीमा बैठक में सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों की समीक्षा की गई जिसमें एक हजार दिवस की शिकायतें 6 अनुभाग एवं 11 विभाग प्रमुखों के यहां लंबित मिली। समीक्षा में एक हजार दिवस की शिकायतें लंबित मिलने पर इन सभी 17 अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर सात दिन में कारण सहित जवाब मांगा गया है।
निराकरण में गंभीरता से रुचि नहीं ले रहे थे
कलेक्टर द्वारा जारी किये गये नोटिस में बताया गया है कि संबंधित अधिकारियो के क्षेत्र अंतर्गत सीएम हेल्पलाइन की शिकायतें एक हजार दिवस से अधिक अवधि से लंबित हैं जबकि एक हजार दिवस से अधिक अवधि की सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतों का निराकरण करने करने के संबंध में बार बार निर्देश दिये जा रहे थे किन्तु ऐसा प्रतीत होता है कि आपके द्वारा सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों के निराकरण में गंभीरता से रूची नहीं ली जा रही है जो शासकीय कार्यों के संपादन के प्रति उदासीनता एवं शिथिलता को प्रदर्शित करता है। नोटिस प्राप्ति के सात दिन के अंदर कारण सहित जवाब देने के निर्देश दिये गये हैं।
इनको मिली नोटिस
सीएम हेल्पलाइन में एक हजार दिवस की शिकायतें लंबित पाये जाने पर एसडीएम रघुराजनगर राहुल सिलाडिया, एसडीएम रघुराजनगर ग्रामीण एलआर जांगडे, एसडीएम नागौद एपी द्विवेदी, एसडीएम उचेहरा सुधीर बेक, एसडीएम रामपुर आऱएन खरे, एसडीएम मझगवां जितेन्द्र वर्मा के आलावा नजूल अधिकारी, जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी, सीएमचओ डॉ एलके तिवारी, सीएमएचओ मनोज शुक्ला, जिला संयोजक जनजातीय कार्य विभाग कमलेश्वर सिंह, अधीक्षण यंत्री विद्युत प्रमिला मिश्रा, महिला एवं बाल विकास अधिकारी सौरभ सिंह, एआरटीओ संजय श्रीवास्तव, जिला विपणन अधिकारी नेहा तिवारी, जिला कोषालय अधिकारी टीएन टेकाम एवं नान जिला प्रबंधक पंकज बोरसे को नोटिस जारी की गई।