नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने हवाई अड्डे के शताब्दी समारोह लोगो का अनावरण किया
नयी दिल्ली। नागरिक गरिक उड्डयन मंत्री श्री किंजरापु राममोहन नायडू ने कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के शताब्दी समारोह लोगो का अनावरण किया। यह भारतीय विमानन इतिहास में महत्वपूर्ण मील का पत्थर है क्योंकि कोलकाता में नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अपनी 100 साल की सेवा का उत्सव मना रहा है। यह ऐतिहासिक हवाई अड्डा है, जो स्वतंत्रता-पूर्व का चमत्कार है, और नागरिक उड्डयन क्षेत्र की विरासत और प्रगति का प्रमाण है।
इस कार्यक्रम में नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव श्री वुमलुनमंग वुअलनाम, एएआई के अध्यक्ष श्री विपिन कुमार और नागरिक उड्डयन मंत्रालय तथा भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर श्री राममोहन नायडू ने कहा, “यह हम सभी के लिए गर्व का क्षण है, जहां हम अपने राष्ट्र द्वारा बनाई गई विरासत को जारी रख रहे हैं और भविष्य की उपलब्धियों के लिए इससे प्रेरणा ले रहे हैं। इस हवाई अड्डे ने करोड़ों यात्रियों को सेवा प्रदान की है और महत्वपूर्ण ऐतिहासिक मील के पत्थर के माध्यम से बंगाल और देश के लिए महत्वपूर्ण प्रवेश द्वार के रूप में खड़ा है। हमारे माननीय प्रधानमंत्री हमेशा बहुत प्रिय रूप से कहते हैं, ‘विकास भी, विरासत भी’, इसलिए यह हमारे लिए गर्व का क्षण है।
श्री राममोहन नायडू ने यह भी कहा कि “पिछले दस वर्षों में, हमारे प्रधानमंत्री के नेतृत्व में विशेष रूप से नागरिक उड्डयन के लिए, जिस तरह से हवाई अड्डों का विस्तार हुआ है, जिस तरह से यात्री क्षमता का विस्तार हुआ है, एयरलाइन बेड़े बढ़े हैं, और कार्गो संचालन में वृद्धि हुई है, नागरिक उड्डयन से संबंधित सभी कार्यक्षेत्रों ने सीमाओं को पार कर लिया है। हम अब पूरी दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा घरेलू विमानन केंद्र हैं। और अब, हमें इसे आगे ले जाना है, बाधाओं को एक बार फिर से तोड़ना है, नागरिक उड्डयन क्षेत्र को ऊपर उठाना है और दुनिया में नंबर एक घरेलू केंद्र बनने का लक्ष्य हासिल करना है।” उड़ान योजना के परिवर्तनकारी प्रभाव पर बल देते हुए, उन्होंने कहा, “उड़ान योजना नागरिक उड्डयन क्षेत्र में क्रांतिकारी रही है। पिछले आठ वर्षों में, हमने 600 से अधिक उड़ानें शुरू की हैं, जिससे करोड़ों लोगों को परिवहन मिला है। इस योजना ने ‘हवाई जहाज में हवाई चप्पल’ का सपना साकार किया। आज, जब हम कोलकाता हवाई अड्डे के 100 साल पूरे होने का उत्सव मना रहे हैं, तो हम इसे पूरे देश के लिए प्रेरणा और गर्व की भावना के रूप में देखते हैं।’
कोलकाता हवाई अड्डे के महत्व पर बल देते हुए, उन्होंने कहा, “इस हवाई अड्डे ने विभिन्न ऐतिहासिक कालखंडों में सेवा की है, जो स्वतंत्रता-पूर्व संघर्ष, स्वतंत्रता के बाद देश के विकास और एलपीजी सुधारों का प्रतिनिधित्व करता है। आज, हमारे प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पिछले पांच वर्षों में क्षमता, अतिरिक्त सेवाओं और विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण उन्नयन के साथ, हवाईअड्डा क्षेत्र का कायाकल्प कर दिया गया है और कोलकाता हवाईअड्डे पर विशेष ध्यान दिया गया है।
शताब्दी समारोह के हिस्से के रूप में, मंत्री ने कई पहलों की घोषणा की जिनमें कोलकाता हवाई अड्डे के 100 साल पूरे होने के सम्मान में स्मारक टिकट और सिक्का जारी करना, आधुनिक हवाई अड्डे की वास्तुकला में परिलक्षित भारत की सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने वाली कला पुस्तक का विमोचन शामिल है। तीन महीने तक चलने वाले समारोह में भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण (एएआई) के साथ-साथ कोलकाता और बंगाल के लोग भी शामिल हैं।
उड़ान योजना के तहत यात्रा करने वाले यात्रियों की विशेष जरूरतों को पूरा करने के लिए कोलकाता हवाई अड्डे पर अनोखा उड़ान यात्री कैफे भी शुरू करने की तैयारी है। यह कैफे किफायती मूल्य के साथ क्यूरेटेड मेनू पेश करेगा, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि यात्रियों को कम लागत दर पर गुणवत्तापूर्ण भोजन मिल सके। इससे मूल्य से समझौता किए बिना उनके यात्रा अनुभव में वृद्धि होगी।
मंत्री ने कहा, “नागरिक उड्डयन क्षेत्र देश में सबसे तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में से एक है और आर्थिक विकास और रोजगार सर्जन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हमारे प्रधानमंत्री और समर्पित टीम के अटूट फोकस के साथ, हम अगले पांच वर्षों में और भी बड़े मील के पत्थर हासिल करने के लिए आश्वस्त हैं। कोलकाता हवाई अड्डे की शताब्दी हमें और अधिक हासिल करने के लिए प्रेरित करेगी।” मंत्री ने शताब्दी समारोह के आयोजन और कोलकाता हवाई अड्डे और देश भर के अन्य हवाई अड्डों के विकास में प्रयासों के लिए भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण को बधाई देते हुए भाषण सम्पन्न किया।