स्थानीय छात्र भारत की समृद्ध अमूर्त सांस्कृतिक विरासत का चित्रण करेंगे
नई दिल्ली में यह प्रतियोगिता 6 दिसंबर, 2024 को 71, आईएनटीएसीएच, लोदी एस्टेट में आयोजित की जाएगी। इस प्रतियोगिता में दिल्ली एनसीआर के लगभग 50 स्कूल भाग लेंगे। प्रतिभागी अपने पोस्टर और लेखन के माध्यम से स्थानीय त्यौहार, परंपराएं, अनुष्ठान, सामाजिक प्रथाएं या रीति-रिवाज जैसी दिल्ली की एक अमूर्त सांस्कृतिक विरासत को चित्रित करके अपनी रचनात्मकता को दर्शाएंगे।
कार्यक्रम सुबह 9:30 बजे से शुरू होगा: यह कार्यक्रम सुबह 9:30 बजे से शुरू होगा। इसमें प्रसिद्ध विरासत विशेषज्ञ डॉ. स्वप्ना लिडल एक प्रेरक व्याख्यान देंगी, जिसमें वे भारत की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के महत्व पर चर्चा करेंगी। इसके बाद आयोजित होने वाली प्रतियोगिता में छात्र दिल्ली की अमूर्त विरासत पर वर्णन लिखने के लिए स्लोगन वाले पोस्टर बनाएंगे। दोनों ही प्रतियोगिताएं वहीं पर ही पूरी की जाएंगी।
यह प्रतियोगिता समृद्ध विरासत पर गर्व करने के लिए भी प्रोत्साहित करती है: यह प्रतियोगिता न केवल सांस्कृतिक जागरूकता को बढ़ावा देने के साथ-साथ छात्रों को भारत की विविध और समृद्ध विरासत पर गर्व करने के लिए भी प्रोत्साहित करती है। आईएनटीएसीएच ऐसे राष्ट्रीय स्तर के आयोजन करता रहा है, जिन्हें प्रतिभागियों, उनके अभिभावकों, स्कूल के शिक्षकों, मीडिया और आम जनता द्वारा खूब सराहा गया है। प्रतियोगिता में करीब 90 शहर और आसपास के जिले हिस्सा लेंगे। राष्ट्रीय विजेताओं को अगले साल जुलाई में दिल्ली में सम्मानित किया जाएगा।