श्रावस्ती । उत्तर प्रदेश में महिलाओं और बालिकाओं को सशक्त, सुरक्षित एवं जागरूक बनाने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक श्री घनश्याम चौरसिया के निर्देशन में ‘‘मिशन शक्ति-05’’ अभियान का आयोजन किया जा रहा है, जो 90 दिनों तक विभिन्न जिलों में चलेगा। इस अभियान में ऑपरेशन गरुड़, ऑपरेशन शील्ड, ऑपरेशन डेस्ट्राय, ऑपरेशन बचपन, ऑपरेशन मजनू, ऑपरेशन नशा मुक्ति, ऑपरेशन रक्षा और ऑपरेशन ईगल जैसे 9 अभियान शामिल हैं, जिनका मुख्य उद्देश्य महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है।
साइबर अपराध की रोकथाम के बारे जानकारी दी गयी : जनपद के विभिन्न थाना क्षेत्रों की महिला बीट अधिकारियों द्वारा जैसे थाना मल्हीपुर मिशन शक्ति टीम की महिला महिला उ0नि0 महिमा सिंह महिला मुख्य आरक्षी डिम्पल पांडेय द्वारा प्रतापपुर में, थाना नवीन मॉर्डन पुलिस थाना श्रावस्ती से म0आ0 मधुलिका व म0आ0 मीरा, म0 आ0 रवीना द्वारा ग्राम कटरा में, महिलाओं/बालिकाओं को उनके सम्मान, अधिकार से अवगत कराते हुए एवं स्वालंबन मिशन शक्ति के दृष्टिगत सरकार द्वारा चलाये गये मिशन शक्ति अभियान फेज 5 के तहत बाल विवाह, लैंगिक समानता के बारे में एवं महिला सम्बन्धी अधिकारो के बारे मे तथा साइबर अपराध की रोकथाम के बारे जानकारी दी गयी तथा उनसे फीडबैक प्राप्त किया गया और घरेलू हिंसा, व कार्यस्थल पर महिलाओं के शोषण के संबंध में महिलाओं और बालिकाओं तथा वर्किंग महिलाओं को जागरूक किया गया।
फोन में आपातकालीन संपर्क नंबर सेव कराए: इसी क्रम में थाना सिरसिया से महिला आरक्षी नेममती, महिला आरक्षी सोनाली ग्राम गैंडीह व ग्राम पंडित पुरवा में, व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर चौपालों का आयोजन कर महिलाओं और बालिकाओं को उनकी सुरक्षा और अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया। इस दौरान शक्ति मोबाइल टीम द्वारा पीड़िताओं से संवाद कर उनकी समस्याओं का समाधान करने और सहायता का आश्वासन दिया गया। शक्ति दीदी ने महिलाओं से उनकी सुरक्षा संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी साझा की और उनके फोन में आपातकालीन संपर्क नंबर सेव कराए।
महिलाओं को विभिन्न सरकारी योजनाओं जैसे मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, निराश्रित महिला पेंशन योजना, उज्ज्वला योजना, आयुष्मान योजना, व महिला शक्ति केंद्र योजना की जानकारी दी गई। इसके साथ ही, हेल्पलाइन नंबर जैसे वीमेन पावर लाइन 1090, पुलिस आपातकालीन सेवा 112, महिला हेल्पलाइन 181, और साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 के बारे में जागरूकता बढ़ाई गई।
इस अभियान का उद्देश्य महिलाओं को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाना है, ताकि वे अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें और किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में पुलिस की मदद तुरंत प्राप्त कर सकें।