10 हजार स्वयंसेवक ‘देश का प्रकृति परीक्षण अभियान’ को दे रहे हैं गति 

Action Vichar News

नई दिल्ली। आयुष  मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया एक अग्रणी स्वास्थ्य जागरूकता अभियान देश का प्रकृति परीक्षण  अभियानमहत्वपूर्ण गति प्राप्त कर रहा है| इसमें अधिक से अधिक नागरिक इस पहल से जुड़ रहे हैं। आज तक, अभियान में उल्लेखनीय प्रगति देखी गई है, कुल 10,737 स्वयंसेवक सक्रिय रूप से देश भर में इसके प्रयासों को चला रहे हैं।

11 हजार से अधिक नागरिकों ने लिया संकल्प: अभियान का उद्देश्य व्यक्तियों को उनकी अद्वितीय आयुर्वेदिक प्रकृति (मन-शरीर संरचना) को समझने के लिए सशक्त बनाना है| पहले ही 6,828 प्रतिभागियों तक पहुँच चुका है, जिन्होंने अपना प्रकृति परीक्षण (मूल्यांकन) पूरा कर लिया है। इसके अतिरिक्त 11,608 नागरिकों ने बेहतर स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेदिक सिद्धांतों को अपनाने का संकल्प लिया है, जो इस राष्ट्रव्यापी आंदोलन की एक आशाजनक शुरुआत है।

यह सिर्फ शुरुआत है हम मिलकर देश के स्वास्थ्य में बदलाव लाएंगे-मंत्री : केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री प्रतापराव जाधव ने पहल के बढ़ते प्रभाव के प्रति उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, “अब तक हमें जो प्रतिक्रिया मिली है वह हमारे देश में दैनिक जीवन में आयुर्वेद के प्रति बढ़ती जागरूकता और स्वीकार्यता का प्रमाण है।” प्रत्येक व्यक्ति जो प्रकृति परीक्षण में भाग लेता है और व्यक्तिगत स्वास्थ्य दृष्टिकोण अपनाता है, एक स्वस्थ भारत के निर्माण में योगदान दे रहा है। यह सिर्फ शुरुआत है, और हम साथ मिलकर आने वाली पीढ़ियों के लिए देश के स्वास्थ्य में बदलाव लाएंगे।”

देश का प्रकृति परीक्षण अभियानका उद्देश्य नागरिकों को उनकी प्रकृति के आधार पर स्वास्थ्य संबंधी जानकारी प्रदान करना, बीमारियों की रोकथाम में मदद करना और समग्र कल्याण को बढ़ावा देना है। यह अभियान कई गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स को तोड़ने का भी प्रयास करता है, जिसमें प्रकृति प्रमाणपत्रों का सबसे बड़ा ऑनलाइन फोटो एल्बम और स्वास्थ्य अभियान के लिए सबसे अधिक प्रतिज्ञाएँ शामिल हैं, जिससे इसके प्रभाव को और बढ़ाया जा सके। 

 

Advertisements

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *