उत्तर प्रदेश में भी 9 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान संपन्न
लखनऊ| महाराष्ट्र और झारखण्ड में बुधवार को मतदान संपन्न हो गया| शाम को विभिन्न एजेंसियों द्वारा कराये गये एग्जिट पोल के अनुमानित नतीजे भी चैनलों पर दिखाए गए| इनमें कई चैनलों में बताया गया कि महाराष्ट्र में वर्तमान में सत्तारूढ़ महायुति और महा विकास अघाड़ी में कांटे की टक्कर है| वहीं कई चैनलों ने एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाले महायुति गठबंधन को बढ़त दिखाई है| झारखण्ड में भी कांटे की टक्कर बताई जा रही है|
दो दिन बाद आयेंगे नतीजे : बुधवार को दो राज्यों और विभिन्न प्रदेशों में हुए मतदान के नतीजे दो दिन बाद 23 नवंबर को आयेंगे| इस दिन सुबह आठ बजे से वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी और दोपहर तक स्थिति साफ हो जाएगी कि किस दल की अगुवाई वाले गठबंधन की इन दो राज्यों में सरकार बन रही है|
उत्तर प्रदेश में भी प्रतिष्ठा की लड़ाई : उत्तर प्रदेश में नौ विधानसभा सीटों पर बुधवार को वोट डाले गए| वहीं अयोध्या जिले और फ़ैजाबाद लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली मिल्कीपुर विधानसभा सीट के मतदान नहीं कराया गया क्योंकि यहाँ का मामला कोर्ट में विचाराधीन है| उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी की तरफ से जोर आजमाइश देखने को मिली| दोनों तरफ से एक दूसरे की बातों और नारों की काट की कोशिश की गई| उपचुनाव वाली ज्यादातर सीटों पर सपा का दबदबा रहा है लेकिन भाजपा ने इस बार इन सीटों को अपने पाले में लाने की पूरी कोशिश करती नजर आई है| इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी क्षेत्रों में अपनी ताकत लगा दी|
प्रदेश की इन नौ सीटों पर हुआ मतदान : कटेहरी (अम्बेडकरनगर ), मीरापुर (मुजफ्फरनगर), कुन्दरकी (मुरादाबाद ), गाजियाबाद, खैर ( अ.जा. ) (अलीगढ), करहल (मैनपुरी), शीशामाऊ (कानपुर), फूलपुर (प्रयागराज) और मझवां (मिर्जापुर)| प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों समेत देश के 16 राज्यों की कुल 48 विधानसभा और दो लोकसभा सीटों- केरल की वायनाड और महाराष्ट्र की नांदेड के लिए मतदान हुआ है| ये सभी नतीजे 23 नवम्बर को आएंगे|
प्रदेश में बंटेंगे तो कटेंगे का नारा रहा चर्चा में : वैसे तो बंटेंगे तो कटेंगे का नारा हरियाणा विधानसभा चुनाव से ही चर्चा में है लेकिन प्रदेश में हुए विधानसभा उपचुनावों और दोनों राज्यों के विधानसभा चुनावों में इस नारे की ख़ास चर्चा रही| सभी अपने अपने तरीके से इसकी व्याख्या करते नजर आये| लेकिन प्रदेश में भी यह नारा खासा चर्चा में रहा| समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी की तरफ से इसकी काट निकालने की कोशिश की गई लेकिन इसकी कितनी काट हो पाई है यह तो 23 तारीख को नतीजे आने के बाद पता चलेगा|