PGI – जलभराव और टूटी पुलिया के चलते खतरनाक हुआ आवागमन, मरीज और तिमारदार परेशान
लखनऊ, (एक्शन विचार) :-देश के सबसे बड़े हॉस्पिटलों मे शुमार संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (PGI) के बगल डायमण्ड पॉइंट गली नंबर एक जानलेवा खतरों से भरी हुई है। आलम यह है की यहाँ आये दिन एक्सीडेंट होता रहता है। कभी गाड़ियां टूटती है तो कभी हड्डियां टूटती हैँ। आर्थिक नुकसान के साथ शारीरिक दर्द झेलना पड़ता है। जिसका कारण है की यहाँ बुरी तरह जलभराव हो गया है। नाली के ऊपर बनी पुलिया टूट गयी हैँ। इधर से आवागमन बहुत खतरनाक हो चला है। हजारों की संख्या मे मरीजों और तिमारदारों को ठहरने की व्यवस्था, भोजन के लिए, मेडिकल समग्रियों और अन्य जरूरत के सामानों की खरीद फरोख्त के लिए जाना ही पड़ता है। इस मार्ग पर पड़ताल के लिए जब एक्शन विचार की टीम पहुंची तो स्थानीय दुकानदारों के साथ मरीजों और तिमारदारों का गुस्सा फूट पड़ा। पेश है लोगों से बातचीत के कुछ अंश –
मच्छर पालन केंद्र खुल गया है
होटल व्यवसायी राम दूबे ने कहा की जलभराव का आलम यह है की लगता है मच्छर पालन केंद्र खुला हुआ है। बगल मे सबसे बड़ा हॉस्पिटल साथ मे बीमारी फैलाने वाले उपक्रम किये जा रहे हैँ। यह बहुत बड़ी समस्या है। इसका तुरंत निराकरण होना चाहिए। यह जनहित का मामला है।
मेरी कार फस गयी उसका बम्फ़ड टूट गया
स्थानीय निवासी गोविंद शर्मा ने कहा की मै एक दिन अपनी होंडा सिटी कार से आ रहा था। मेरी कार इस गढ्ढे मे फ़स गयी। उसका बम्फ़ड टूट गया। कई लोगों ने धक्का देकर उसे बाहर निकाला बड़ी घटना होते होते बच गयी। यह बहुत बड़ी समस्या है।
6 महीने से दुर्दशा का शिकार है यह इलाका
श्रीराम फार्मेशी के प्रो रीतेश सिंह ने कहा की पैछ्ले 6 महीने से यह इलाका इस समस्या से ग्रसित है। आये दिन लोग चोटिल होते हैँ। दुर्घटनायें होती है। लेकिन कोई पूछने वाला नही है। हजारों की संख्या मरीज और तिमारदार रोज परेशान होते है और प्रशासन को कोसते हुए चले जाते हैँ।
जल्द से जल्द हो जाना चाहिए निर्माण
इस गढ्ढे का निर्माण जल्द से जल्द हो जाना चाहिए। नही तो कभी भी अप्रिय घटना हो सकती है। क्यूंकि रोज इस खड्ड मे गाडी फ़स जाती है। कई बार लोग चोटिल होते है कई बार बच जाते हैँ। अंधेरे मे तो दिक्क़त बहुत बढ़ जाती है। जिम्मेदार लोगो को जल्द से जल्द उचित कार्यवाही करनी चाहिए।