सुल्तानपुर:सर्राफा लूटकांड का खुलासा-सात लाख के आभूषण बरामद,तीन बदमाश गए जेल

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अजीजपुर के युवक ने अपने जीजा के साथ मिलकर की थी रेकी

सुल्तानपुर,संवाददाता

भरतीपुर सर्राफा लूटकांड का पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा ने मंगलवार को खुलासा किया। पुलिस ने मामले में तीन आरोपितों को जेल भेजने के साथ करीब सात लाख का आभूषण बरामद किया है। एक आरोपित अब भी पुलिस की पकड़ से दूर है। थानाक्षेत्र के रहने वाले युवक ने सर्राफा व्यापारी की मुखबिरी बदमाशो से की थी। जिसके बाद बदमाशो ने लूट की घटना को अंजाम दिया दिया।

गोसाईगंज थानाक्षेत्र भरथीपुर निवासी सुरेश चंद्र सोनी पुत्र जय जयराम सोनी की सुदनापुर बाजार में सुरेश ज्वेलर्स नाम की आभूषण की दुकान है। वह छह नवंबर की शाम दुकान बंदकर बाइक से घर को लौट रहा था। भरतीपुर के पास कार सवार चार बदमाश आभूषण से भरा बैग छीनकर भाग निकले। यहां विरोध करने पर बदमाशों ने व्यवसाई के सिर पर असलहे के बट से हमला कर घायल कर दिया था। घटना के छठवें दिन पुलिस को कुछ अहम सुराग लगे। पुलिस की कई टीमें आरोपितों की तलाश में जुटी थी। सोमवार की रात करीब साढे तीन बजे सूचना मिली कि लूटकांड के आरोपित कार से सर्विसलेन के रास्ते लखनऊ जा रहे है। थानाध्यक्ष प्रेमचन्द्र सिंह, स्वाट टीम प्रभारी धीरेंद्र वर्मा,द्वारिकागंज चौकी प्रभारी शैलेंद्र सिंह ने पुलिस टीम के साथ खरसोंमा अंडरपास के पास घेराबंदी कर मिर्जा अरबाज उर्फ डाक्टर पुत्र मिर्जा असद,शाकिब नाई पुत्र अब्दुल वफ़ा निवासीगण मुश्लिमपट्टी निजामाबाद आजमगढ़,तौसीफ पुत्र मोतीन अजीजपुर गोसाईंगंज को गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों के पास से पुलिस ने साढे तीन किलो चांदी,45 ग्राम सोना,एक तमंचा,जिन्दा कारतूस और कार को बरामद किया है। मंगलवार दोपहर बाद एसपी सोमेन बर्मा ने जिला मुख्यालय पर मामले का खुलासा करते हुए अपर पुलिस अधीक्षक अखण्डप्रताप सिंह,सीओ रमेश कुमार,थानाध्यक्ष प्रेमचंद्र सिंह सहित पूरी टीम को खुलासे का श्रेय दिया। वहीं सर्राफा व्यवसाई सुरेश चंद्र सोनी ने कहा कि पुलिस ने सही खुलासा किया है। व्यापारी ने 25 लाख के आभूषण लुटे जाने का केस दर्ज करवाया था। पुलिस ने बरामद केवल सात लाख का किया है। ऐसे में व्यापारी का मानना है कि पुलिस बाकी के आभूषण को भी बरामद करेगी।

चार आरोपी गए जेल साजिशकर्ता पकड़ से दूर: मिर्जा अरबाज उर्फ डाक्टर शाकिब नाई,मैनुद्दीन उर्फ मिस्टर पुत्र हफीजउल्ला,नागा उर्फ सुरजीत बारी ने लूट की घटना को अंजाम दिया था। गोसाईगंज के तौसीफ ने मुखबिरी की थी। आजमगढ़ का मैनुद्दीन,गोसाईगंज के तौसीफ का जीजा था जो आजमगढ़ में हिस्ट्रीशीटर है। उसने अपने साले के साथ अजीजपुर में रुककर सर्राफा व्यापारी की रेकी की थी। लखनऊ जाते समय पुलिस ने तीन को पकड़ लिया। मुख्य सरगना मैनुद्दीन उर्फ मिस्टर फरार है। जबकि चौथे लुटेरे नागा उर्फ सुरजीत को आजमगढ़ पुलिस 12 नवम्बर को लूट के दूसरे मामले में जेल भेज चुकी है।

पुलिस को चार दिन तक नही मिला था सुराग: ब्लाइंड लूटकांड में पुलिस को घटना के चार दिन बाद तक कोई सुराग नही मिला था। व्यापारी कार के अलावा कोई जानकारी नही दे पा रहा था। सैकड़ो सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध नही दिख रहे थे। छठवें दिन पुलिस को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे सीसीटीवी फुटेज में अहम सुराग मिला। जिसके बाद पुलिस ने कार के सहारे बदमाशों को पकड़ लिया।

लूटकांड के बाद सर्विसलेन के रास्ते भागे बदमाश- घटना को अंजाम देने से पहले बदमाशों ने खूब रेकी की थी। बदमाशों ने ऐसे रास्तो को चुना जहां सीसीटीवी नही लगा था। लूटकांड के बाद बदमाश पूर्वांचल एक्सप्रेस वे सर्विसलेन पकड़कर आजमगढ़ भाग निकले। बदमाश घटना को अंजाम देने के पहले पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर कुछ दूरी के लिए चढ़े थे। इसी बीच वह सीसीटीवी में कैद हो गए थे।

 

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