.सेंट्रल जेल के बंदी फिर दिखा रहे अपना हुनर
.तैयार कर रहे प्रयागराज के महाकुंभ की झांकी
.झांकी को अंतिम रूप देने में जुटे बंदी
सतना – सेंट्रल जेल के बंदियों द्वारा पड़ोसी राज्य प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ की झांकी तैयार की जा रही है जिसकी झलक गणतंत्र दिवस पर सतना परेड ग्राउंड में दिखाई देगी। बताते चलें गणतंत्र दिवस के अवसर पर स्थानीय परेड ग्राउंड में लगभग सभी शासकीय विभागों के तरफ से किसी न किसी थीम को लेकर हर वर्ष झांकी निकाली जाती है। सभी विभाग कुशल कारीगरों से लाखों खर्च कर झांकी बनवाते हैं एवं उसका प्रस्तुतीकरण करते हैं किन्तु सेंट्रल जेल के बंदी कारीगर अकुशल होते हुए भी झांकी बनाने में किसी से पिछे नहीं हैं। सेंट्रल जेल के बंदियों के हुनर का ही नतीजा होता है कि जेल की झांकी टॉप थ्री में जरूर होती है या यूं कहें कि जेल में सजा काट रहे अलग-अलग बंदियों में अलग-अलग हुनर है जिसको तराशने का कार्य सतना सेंट्रल प्रशासन कर रहा है।
15 बंदियों की टीम लाखों रूपये से कम खर्च में बना रही झांकी
सेंट्रल जेल के 15 बंदियों की टीम द्वारा महाकुंभ की झांकी को अंतिम रूप देने का कार्य बंदियों द्वारा जोर शोर किया जा रहा है जिसका खर्च अन्य शासकीय विभागों द्वारा लाखों के खर्च में जो झांकी बनाकर प्रस्तुत की जाती है उससे कम खर्च पर बेहतर झांकी बनाकर एक नाजीर पेश करते हैं। इस बार बनाई जा रही झांकी का खर्च 70 से 80 हजार के बीच आ रहा है ।
महाकुंभ थीम पर बन रही झांकी – जेल अधीक्षक
सेंट्रल जेल अधीक्षक लीना कोष्टा बताती हैं इस बार झांकी महाकुंभ थीम पर बनाई जा रही है जिसका कार्य जेल के 15 बंदियों द्वारा किया जा रहा है। तय समय से पहले कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा एवं कोशिश यही रहेगी की झांकी को प्रथम स्थान मिले। हमारे जेल के बंदियों द्वारा हर वर्ष कम खर्च में झांकी तैयार की जाती है। जेल के बंदी अकुशल होते हुए भी जिस कुशलता से झांकी तैयार करते हैं वो सराहनीय है।