महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव : सभी दलों ने ताकत झोंकी
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 20 नवंबर को होने वाला है। यहां पूरे प्रदेश में एक ही दिन मतदान कराया जाएगा। अब जबकि मतदान में सिर्फ चार दिन बचे हैं तो सभी दलों ने प्रचार में अपनी ताकत झोंक दी है। ध्यान रहे भाजपा यहाँ 148 और कांग्रेस 103 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 20 नवंबर को एक ही दिन होने वाला है। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महायुति सरकार को बनाये रखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत देश भर के भाजपा के शीर्ष नेता महाराष्ट्र को मथ कर मतदाताओं को अपने पक्ष में लाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
दूसरी तरफ महा विकास अघाड़ी गठबंधन के नेता भी पूरा जोर लगा रहे हैं। खासकर कांग्रेस के शीर्ष नेता राहुल गाँधी, अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, एनसीपी शरद पवार गुट के नेता शरद पवार और बाला साहेबांची शिवसेना के अगुवा उद्धव ठाकरे भी अपनी जनसभाओं से लोगों में जोश भरने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। दो-दो गुटों में विभाजित एनसीपी और शिवसेना के गुटों के सामने अपनी-अपनी ताकत दिखाने की कड़ी चुनौती एक दूसरे से मिल रही है।
‘बँटेंगे तो कटेंगे’ नारा खूब चर्चा में है: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दिया हुआ नारा ‘बंटेंगे तो कटेंगें’ आजकल बहुत चर्चा में है। प्रधानमंत्री और संघ ने भी इस नारे को दोहराया है। इस नारे का असर हरियाणा चुनाव में दिख चुका है। अब महाराष्ट्र में इसकी परीक्षा है।
अजित पवार को नारा पसंद नहीं आया: महायुति के घटक एनसीपी के अध्यक्ष और सरकार में उप मुख्यमंत्री अजित पवार को यह नारा पसंद नहीं आया है। उन्होंने इसका विरोध किया है। इस संदर्भ में उन्होंने भाजपा नेता पंकजा मुंडे और अशोक चौहान के बयानों का भी हवाला दिया है। महा विकास अघाड़ी के बाकी नेता भी इस नारे की काट में लगे हुए हैं। अब इस नारे का कितना असर मतदाताओं पर पड़ा इसका पता तो 23 नवम्बर को मतगणना के बाद ही चलेगा।