राष्ट्रीय पासी महासंघ के तत्वाधान मे वीर शिरोमणि महाराजा लाखनपासी का जन्मदिवस विशाल महोत्सव के रूप मे मनाये जाने की तैयारी जोरों पर चल रही है। इस महोत्सव मे पूरे देश से लोगों के शामिल होने की संभावना है। यह महोत्सव 16 अक्टूबर को महाराजा लाखन पासी के जन्मदिवस के अवसर सम्पन्न होगा। महोत्सव का आयोजन लखनऊ के वृन्दावन कालोनी मे सेक्टर 19 पासी चौराहे के पास सम्पन्न होगा। इस कार्यक्रम मे अतिथि के रूप मे पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर एवं अनुसूचित जाति / जनजाति आयोग उप्र के अध्यक्ष बैजनाथ रावत उपस्थित रहने वाले हैँ। इसके अतिरिक्त कार्यक्रम मे कई अन्य जनप्रतिनिधि और उच्च पदासीन लोग भी कार्यक्रम मे सम्मिलित होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पासी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष लक्ष्मी प्रसाद रावत करेंगे।
कौन हैँ महाराजा लाखन पासी
महाराजा लाखन पासी लखनऊ के राजा थे जिन्होंने कई सालों तक यहाँ शासन किया सैयद सलार मसूद गाजी के धोखे से होली के दिन लखनऊ पर आक्रमण किया और महाराजा लाखन पासी ने भीषड युद्ध किया महाराजा लाखन पासी के गर्दन पर किसी ने पीछे से तलवार से हमला किया और उनका सर धड़ से अलग गिर गया जहाँ पर सिर गिरा वहाँ का नाम सरकटा पड़ा इसी युद्ध में लखनऊ निर्माता लाखन पासी वीर गति को प्राप्त हुए । लाखन पासी के नाम से बसाया गया था। आज जिस टीले पर किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज की भव्य इमारत खड़ी है। उसी टीले पर राजा लाखन पासी का किला हुआ करता था। लाखन पासी का राज्य 10-11 वीं शताब्दी में था। लखनऊ का टीला बताता है कि यह किला डेढ़ किलोमीटर लम्बा तथा उतना ही चौड़ा था। यह किला धरातल से 20 मीटर ऊंचा था। उक्त किले के मुख्य भाग पर किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज स्थापित है। यही स्थान लाखन पासी किला के नाम से जाना जाता है। टीले पर ही बड़ा इमाम बाडा़ मेडिकल कॉलेज, मच्छी भवन टीलें वाली मस्जिद तथा आस पास का क्षेत्र है। राजा लाखन पासी की पत्नी का नाम लखनावती था। संभवतः कुछ दिनों तक इसीलिए लखनऊ का नाम भी लखनावती चलता था। राजा लाखन ने लखनावती वाटिका का निर्माण कराया था। जिसके पूर्वी किनारे पर नाग मंदिर भी बनवाया था। लाखन राजा नाग उपासक थे। किले के उत्तरी भाग में लाखन कुंड था। उस कुंड के जल का प्रयोग राज परिवार के लोग करते थे।
स्त्रोत – इंटरनेट
कार्यक्रम की तैयारी जोरों पर
कार्यक्रम 16 ओक्टुबर को होना है परन्तु इसकी तैयारी कुछ दिन कुछ हफ्ते नहीं वरन महीनों पूर्व से आरम्भ है। कई माह पूर्व से ही समाज के पदाधिकारी कार्यक्रम को सफल एवं समाज के उथान की तैयारी मे जूते हुए हैँ। पदाधिकारियों की बैठकों के कई दौर पुरे हो चुके हैँ। जैसे जैसे दिन नजदीक आ रहा है कार्यक्रम की तैयारी चरम पर पहुँचती जा रही है। मीटिंग बैठक के साथ साथ होर्डिंग बैनर लगा लोगों को कार्यक्रम की जानकारी लोगों को दी जा रही है। पम्पलेट वितरित किये जा रहे हैँ। देशभक्ति गीतों के साथ ई रिक्शा टैम्पो कार्यक्रम की जानकारी देते हुए गली गली मे लोगों को जागरूक कर रहे हैँ। कार्यकर्ता रात दिन एक कर सफलता पूर्वक कार्यक्रम सम्पन्न करने का हर सम्भव प्रयास कर रहे हैँ।
Advertisements