नवरात्र के शुरू होते ही त्यौहारों का आगमन

Action Vichar News

सतना- अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से आज 3 अक्टूबर को शारदेय नवरात्रि की शुरूआत हो चुकी है जो 12 अक्टूबर को विजयादशमी यानी दशहरा के दिन समाप्त होगी। नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना कि जाती है फिर नौ दिन तक मां भगवती के अलग अलग रूपों के पूजा होती है। बताते चलें कि अक्टूबर माह को अश्विन मास भी कहते हैं एवं अश्विन माह में ही मां दुर्गा का आगमन होता है साथ ही अक्टूबर माह में कार्तिक मास भी लग जाता है जो धर्म के हिसाब से महत्वपूर्ण माना जाता है। अक्टूबर माह के आरंभ होते ही बडे त्यौहार भी शुरू हो गये हैं जैसे सबसे पहले नवरात्रि का उत्सव प्रारंभ हो चुका है इसके बाद सुहागिनों का पर्व करवाचौथ, शरद पूर्णिमा, धनतेरस एवं दीपावली जैसे त्यौहार आने वाले हैं। सनातन धर्म में हर त्यौहारों को बहुत ही खास तरीके से मनाया जाता है एवं हर आयु वर्ग के लोगों में उत्साह एवं उमंग भरा होता है। एक्शन विचार डाट काम न्यूज ने त्यौहारों के उत्साह एवं तैयारी बाबत स्थानीय लोगों के विचारों को जाना।

नवरात्रि से ही त्यौहार का उत्साह बढ जाता है – अमन

शहर के जवाहर नगर क्षेत्र में रहने वाले अमन विश्वकर्मा के अनुसार नवरात्र के शुरू होते ही हर आयु के लोगों में उत्साह बढ जाता है। हम सभी दोस्त मिलकर नौ दिनों तक उपवास रखते है और नवरात्र की पंचमी को पैदल मैहर देवी को जाते हैं। थकान तो होती है पर मां शारदा के दर्शन होते ही सब थकान दूर हो जाती है।

सभी त्यौहार का अपना महत्व होता है – गिरधारी

शहर के संतोषी माता क्षेत्र में रहने वाले गिरधारी पांडे कहते हैं सनातन धर्म में हर त्यौहारों का खास महत्व होता है अभी नौं दिन मां भगवती के अलग अलग रूपों की पूजा पुरा परिवार मिलकर करेगा फिर सुहागिनों का त्यौहार करवा चौथ आ जाएगा उसके बाद शरद पूर्णिमा और फिर धनतेरस एवं दीपावली आ जाएगी। त्यौहारों का इंतजार सभी को रहता है क्योंकि परिवार के लोग एक साथ होते हैं और त्यौहार मनाने का आनंद आ जाता है।

Advertisements

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *