सतना- 3 अक्टूबर से नवरात्रि के शुरू होते पुरा देश नवरात्र के जश्न में डूब जाएगा। नौ दिनों तक चलने वाले इस त्योहार में लोग मां दुर्गा के नौ रूपों की अराधना करते हैं साथ ही शक्ति के इन नौ स्वरूप का उत्सव भी मनाते हैं। इस त्योहार से जुडी एक खास चिज और है वो है गरबा जो लोगों को इस त्योहार में उत्साह और उमंग से भर देती है। नवरात्र और गरबा, डांडिया का एक दुसरे से गहरा रिश्ता होता है एवं ज्यादातर लोगों को गरबा करना काफी पसंद भी होता है हालांकि नवरात्र पर गरबा डांडिया करना गुजरात का कल्चर है किन्तु इसके उत्साह को देखते हुए देश में हर जगह नवरात्र पर गरबा उत्साह के साथ लोग करते हैं। शहर में भी गरबा का उत्साह हर वर्ग के लोगों में देखा जा रहा है जहां एक और छोटी बच्चियां गरबा करने के लिए प्रशिक्षण ले रहीं हैं और गरबा करने के लिए ड्रेस और आर्टीफिशियल ज्वैलरी की शांपिग कर रही हैंं तो महिलाएं भी किचन से बाहर निकल कर प्रशिक्षण करती नजर आ रही हैं।
क्या है गरबा
गरबा एक प्रकार का लोकनृत्य है जिसकी शुरूआत गुजरात से हुई थी एवं यह सिर्फ एक धार्मिक कार्यक्रम ही नहीं सामाजिक कार्यकम भी है जिसे मुख्य रूप से नवरात्र के मौके पर किया जाता है। इस नृत्य की शुरुआत गुजरात के गांवों से हुई थी जिसे लोग गांव के केन्द्र में सामुदायिक सभा स्थलों पर करते थे। इस नृत्य की खास बात यह है कि गरबा दुनिया का सबसे लंबा एवं सबसे बडा नृत्य उत्सव है।