सतना- गंदगी से पटी पडी है नालियां, कचरे के ढेर से भी राहत नहीं विस्तार- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस के अवसर पर देश भर में 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक स्वच्छता ही सेवा अभियान चलाया जा रहा है किन्तु शहर का नगर निगम प्रशासन 15 दिन भी शहर को ठीक से स्वच्छ नहीं रख पा रहा है। बताते चलें कि 17 सितंबर को कलेक्टर, महापौर एवं नगर निगम के अधिकारीयों नें पन्नी लाल चौक से जिला अस्पताल तक झाडू लगाकर स्वच्छता ही सेवा अभियान का शुभारंभ किया था किन्तु जिस क्षेत्र से स्वच्छता अभियान का शुभारंभ हुआ उसी क्षेत्र कि नालियां एवं खाली पडे प्लाट कचडे से पटे हुए हैं।
जिला अस्पताल के सामने बनी नाली एवं सौखी लस्सी वाले के पिछे खाली प्लाट पर कचडे का ढेर
जिला अस्पताल कि बाउंड्री से सटाकर ठेला लगाकर कारोबार करने वाले लोग कचडा नाली में डाल रहे हैं जिसके चलते नाली कचडे से पट जाती है एवं समय समय पर सफाई न होने के वजह से बरसात में पानी निकासी न हो पाने के कारण नाली का गंदा पानी सडक पर बहने लगता है जिससे मच्छर जनित बिमारी फैल रही है। साथ ही जिला अस्पताल के पास फल का ठेला लगाने वाले लोग नाली के बाहर कचडा डाल देते हैं जिस पर आवारा मवेशी दिन भर अपना मुंह मारते रहते हैं एवं पन्नी और कचडा निगलने से मवेशियों की मौत तक हो जाती है।
यही हाल पन्नी लाल चौक का है जहां सौखी लस्सी वाले कि दुकान के पिछे खाली पडा सरकारी प्लाट कचडे का डंपिंग प्वाइंट बन चुका है। खाली पडे उस प्लाट पर मोहल्ले का कचडा बहुत दिनों तक पडा रहता है जिसके चलते वहां बनी चौड़ी नाली भी चोक हो जाती है एवं नाली का पानी बिन बरसात भी सडक पर आ जाता है। वहां रहने वाले लोगों को सुबह से गंदी बदबू तो सहना ही पड रहा है साथ ही मच्छर मक्खी से हो रही बिमारी का भी सामना करना पडता है क्योंकि नगर निगम नगर निगम द्वारा नालियों में कभी किटनाशक दवा का छिडकाव नहीं करवाया जाता है।