सतना- 10 से 20 रूपये तक बिकने वाली लहसुन 400 से 500 रूपये बिक रही तो प्याज भी 90 से 100 रूपये तक पहुंचने पर सब्जी खरीदने जा रहे लोगों का बढ रहा है ब्लडप्रेशर।
विस्तार- भारत सरकार द्वारा किसानों के लिए बनाए गये नियम “किसान अपना माल किसी भी मंडी में नीलाम कर सकता है” के बाद किसानों को मनमुताबिक भाव जिस मंडी में मिल रहा वहां अपना माल बेच रहे है जिससे सब्जी के भाव में बढोतरी हो गई है एवं सबसे ज्यादा मंहगा लहसुन और प्याज़ बिक रहा है और आम आदमी की जेब पर खासा असर पड रहा है। प्याज का भाव 80 से 90 रूपये किलो तक पहुंच चुका है तो लहसुन 400 से 500 रूपये किलो के भाव से सब्जी मंडी में बिक रही है। अब हालात यह हो चुके हैं कि पाव दो पाव लहसुन खरीदने वाले लोग सौ पचास ग्राम लहसुन खरीद कर अपना काम चला रहे हैं।
वजह- शहर में लहसुन के भाव इतने बढ जाने कि वजह बड़ी मंडियो में बढी मांग है क्योंकि जबलपुर व इंदौर कृषि मंडी में राजस्थान के कोटा, अजमेर, भिलवाड़ा से एवं प्रदेश के उज्जैन, मंदसौर, नागदा से लहसुन बढी तादाद में आती है उसके बाद लहसुन महाराष्ट्र, दक्षिण के राज्यों के साथ पुरे देश में फुटकर बिकवाली के लिए भेजी जाती हैं। इन दिनों फ़ुटकर बाजारों में लहसुन 25 हजार सै 38 हजार रूपये क्विंटल के भाव से नीलाम हो रही है एवं क्विंटल भाव इतना बढ़ जाने से सतना मंडी में व्यापारियों द्वारा लहसुन कम मंगवाया जा रहा है और फुटकर रेट में महंगा बेचा जा रहा है।
एक्शन विचार डाट काम न्यूज द्वारा प्याज और लहसुन के भावों में बढोतरी होने बाबत कुछ स्थानीय लोगों से रायशुमारी हुई।
मंडी पहुंचते हैं तो भाव सुनकर ब्लडप्रेशर बढ जाता है- अशोक
शहर निवासी अशोक यादव कहते हैं कोई भी सब्जी बनायें तो उसमें लहसुन और प्याज डालना ही पडता है अगर लहसुन प्याज नहीं डालें तो सब्जी में कोई स्वाद भी नहीं मिल पाता है ऐसे में लहसुन और प्याज खरीदने मंडी जाते हैं तो भाव सुनकर ब्लडप्रेशर बढ जाता है।
अब तो लगता है फल खाकर ही गुजारा करें पर वो भी महंगे बिक रहे – आलोक
शहर निवास आलोक सिंह कहते हैं जब तक सब्जी में लहसुन और प्याज न पडा रहे सब्जी अच्छी नहीं बन पाती है और लहसुन प्याज लेने मंडी पहुंचने पर भाव सुनकर टेंशन होने लगती है। अब तो लगने लगा है फल खाकर गुजारा करें पर वो भी महंगे बिक रहे हैं आम आदमी बहुत परेशान है सब्जियों में इस तरह की बढोतरी से।