शहर में झाडू लगाने, नाली साफ करने वाले, कचडा उठाने वाले नगर निगम के कर्मचारी सुबह से दिखने लग जाते हैं | सफाई कर्मचारीयों की सुरक्षा के कोई उपाय नगर निगम द्वारा नहीं किया गया है । कोरोना काल के बाद बढती हुई बीमारियों को देखते हुए भारत सरकार द्वारा स्वच्छता एवं सफाई कर्मचारी सुरक्षा पर हर शहर में आयोजन एवं अभियान होते रहते हैं | जो शहर के नगर निगम प्रशासनिक अधिकारीयों द्वारा आयोजित किए जाते हैं किन्तु आयोजन सिर्फ एक दिवसीय आयोजन मात्र होकर रह जाते हैं । जुलाई महीने में सतना नगर निगम द्वारा स्वच्छता अभियान चला कर स्कूल के छात्रों को अभियान का हिस्सा बनाया गया था | स्वच्छता एवं उनसे होने वाली बिमारी के बारे में बताया गया था किन्तु नगर निगम अपने ही कर्मचारियों की सुरक्षा को नजरअंदाज करता नजर आ रहा है । झाडू लगाना, नाली साफ करना, कचडा उठाना, सीवर की सफाई का काम रोज कर्मचारीयों से करवाया जा रहा है किन्तु मास्क , ग्लब्स जैसी व्यवस्था किसी कर्मचारी के लिए नहीं होती है | जिससे कर्मचारियों के सेहत पर बुरा असर पडता है किन्तु मजबूरीवश उन्हें रोज बिना किसी सुरक्षा के अपना काम करना पडता है । शहर में महीनों लाखों का खर्च स्वच्छता पर होने के बाद भी स्वच्छता एवं सुरक्षा कहीं होती नजर नहीं आती है , लोगों की सेहत एवं नगर निगम कर्मचारियों की सेहत पर बुरा असर पडते देख भी नगर निगम प्रशासन मौन बना बैठा है एवं कागजों में स्वच्छ शहर होने का दावा कर रहा है । नगर निगम कर्मचारियों की असुरक्षा के बाबत स्थानीय लोगों से बातचीत हुई ।
सुरक्षा जरूरी है कर्मचारियों की – राघवेंद्र
सतना निवासी राघवेंद्र कहते हैं सफाई कर्मचारी सुबह से सफाई का काम करने निकल जाते हैं पर उनके लिए सुरक्षा की कोई व्यवस्था नगर-निगम करता हो ऐसा कभी नहीं देखा जाता है । सफाई कर्मियों की सुरक्षा का पुरी व्यवस्था नगर निगम को करना चाहिए।
सफाई कर्मचारी भी इंसान हैं – चंद्रेश
सतना निवासी चंद्रेश विश्वकर्मा कहते हैं सफाई कर्मचारी भी इंसान होते हैं कचडे से होने वाली बिमारी का खतरा उनको भी रहता है पर नगर निगम कर्मचारियों को बिना सुरक्षा के काम करते देखा जाता है । नगर निगम प्रशासन किसी तरह की व्यवस्था सफाई कर्मी के लिए नहीं करता है और सफाई कर्मी बिमार पड जाते हैं पर मजबूरी में उन्हें रोज काम करना पडता है ।
मास्क गल्बस की कोई व्यवस्था नहीं होती – राजकुमार
सतना के राजकुमार कछवाह कहते हैं सुबह जब कालेज के लिए निकलते हैं तो रोड पर झाडू लग रही होती है उससे उडने वाली धूल हम लोगों के नाक मुंह में घुसती है हम लोग को मुंह में रूमाल रखकर निकलना पडता है पर सफाई कर्मचारी बिना मास्क के झाडू लगाते हैं उससे उडने वाली धूल का बुरा असर सफाई कर्मियों के फेफडो पर पडता है और वो बिमारी का शिकार हो जाते हैं । नाली सफाई कर्मियों को भी गलब्स जैसी कोई व्यवस्था हो ऐसा समझ तो नहीं आता ।
सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है हमारे लिए – नगर निगम सफाई कर्मी
नगर निगम के एक सफाई कर्मी ने अपनी पहचान गुप्त रखते हुए कहा की मौसम जैसा भी हो पर हम लोग को सुबह़ जल्दी सफाई के लिए निकलना पडता है । झाडू लगाते वक्त मास्क, कचडा उठाने एवं नाली की सफाई करते वक्त गल्बस की व्यवस्था नगर निगम के तरफ से नहीं होती है , नगर निगम प्रशासन हम लोग को मशीन समझता है जब मन होता है सफाई के लिए बुलवा लिया जाता है पर सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं होती है ।