सतना में फेल स्वच्छता अभियान के खिलाफ शुरू हो रही है एक्शन विचार की मुहिम

Action Vichar Appeal

सतना नगर ( मप्र ) की कूड़ा निस्तारण प्रक्रिया जी का जंजाल बन गयी है। कूड़ा उठाई से लेकर कूड़ा ढुलाई तक की जो प्रक्रिया है वो नगर वासियों के लिए हेडेक है। कभी तो कूड़ा सुबह उठता है तो बच्चो के स्कूल कालिज जाते समय उठता है। कही ऑफिस टाइम में कूड़ा उठता है। बहुत जगहों पर तो ऐसा होता है की कई दिनों तक कूड़ा उठाया ही नहीं जाता है। और कूड़ा ढुलाई की प्रक्रिया तो कूड़ा विस्तारण की प्रक्रिया बन गयी है। खुली कूड़ा गाड़ियों में कूड़ा ढुलाई की जाती है तो कूड़ा चरों तरफ बिखर जाता है आस पास से गुजरने वाले लोगो गहरी दुर्गंध और कूड़े से नाहा लेते हैं।
यह ऐसी समस्या है जिससे प्रत्येक नगरवासियो को रोज परेशान होना पड़ता है। और दूसरी ओर केंद्र सरकार की योजना को भी पलीता लग रहा है। सरकार का स्वच्छता अभियान फेल हो रहा है। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए एक्शन विचार डॉट कॉम की सतना यूनिट की तरफ से ब्यूरो चीफ सावन अस्थाना के नेतृत्व में एक मुहीम शुरू की जा रही है। जिसका उद्देश्य “समस्या आपकी , समाधान में सहयोग हमारा” है। अक्सर देखा गया है की स्वच्छता के नाम पर सुबह से ही रोडों पर झाडू लगना इस रफ्तार से शुरू हो जाता है कि सुबह ताजी हवा लेने निकले लोगों को नाक पर रूमाल रखकर ताजी हवा लेना पडता है, मेन रोड, मोहल्ले कि सड़कों एवं शहरी व्यापारिक क्षेत्रों कि रोडों का कचरा समेट कर सफाईकर्मियों द्वारा छोड़ दिया जाता है। उस कचरे को उठाने कि जिम्मेदारी कचडा गाडी वालों कि है किन्तु कोई समय अवधि नहीं है। वो कचरा कब उठे इसका कोई भरोषा नहीं। उठाने के लिए भी खुले कूड़ा वाहनों को उपयोग में लाया जा रहा है । इससे कूड़ा उड़कर वापस रोडों पर ही बिखरता है । सतना रीवा मार्ग पर बने फ्लाई ओवर का कुछ समय पहले ही सौंदर्यीकरण नगर निगम द्वारा करवाया गया है। किन्तु आदर्श फर्नीचर के सामने बने फ्लाई ओवर का निचला हिस्सा अगल बगल बनी छोटी कॉलोनी एवं दुकानों के कूड़े का डंपिंग प्वाइंट सफाई कर्मियों द्वारा बना दिया गया है। यह कूड़ा कब उठाकर शहर के बाहर बने डंपिंग प्वाइंट तक ले जाया जाए इसकि कोई समय अवधी फिक्स नहीं है । फ्लाईओवर के नीचे उस जगह से एक पतला पैदल रास्ता बनाया गया है किन्तु कचडा हमेशा पड़े रहने के कारण आने जाने वाले लोगों द्वारा उस जगह को मूत्रालय बना दिया गया है। लोगों का उस रास्ते से निकलना मुश्किल हो जाता है ।

Advertisements

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *