नाद बाबा मंदिर में लगता है श्रद्धालुओं का तांता
मध्य प्रदेश के सतना जिले में गहलोखर विरनई पंचायत स्थित नाद बाबा मंदिर की बड़ी मान्यताएं हैं। इस मंदिर में श्रद्धालुओं की बड़ी मान्यता है। शनिवार और मंगलवार के दिन तो मंदिर में बड़ी भीड़ रहती है। बुढ़वा मंगलवार के अवसर पर एक्शन विचार की टीम के पत्रकार सावन कुमार अस्थाना ने यहाँ के महंत राघवेंद्रानंद स्वामी से वार्ता की।
जेष्ठ माह मे पडने वाले मंगलवार को बुढवा मंगल कहने कि दो मान्यताएं हैं । पहली मान्यता के अनुसार ज्येष्ठ माह के मंगलवार के दिन प्रभु श्री राम के वनवास काल के समय जब हनुमान जी प्रभु श्री राम से बुढे वानर का रूप लेकर पहली बार मिले थे उस दिन जेष्ठ माह का मंगलवार था इसलिए जेष्ठ माह के हर मंगलवार को बुढवा मंगल कहा जाता है । दुसरी मान्यता यह है कि कि महाभारत काल में कुंती पुत्र भीम को अपनी शक्ति और ताकत पर बहोत घमंड था ऐसे में भीम को सबक सिखाने के लिए हनुमान जी ने बुढे वानर का रूप लेकर भीम से युद्ध किया था और भीम को परास्त किया था उस दिन भी जेष्ठ माह का मंगलवार था इसलिए पौराणिक कथाओं के मुताबिक़ जेष्ठ माह के हर मंगलवार को बुढवा मंगल कहा जाता है. जेष्ठ महीने मे पडने वाले हर मंगलवार को हनुमान जी को बूदीं के लड्डू का भोग लगाना चाहिए इसके साथ साथ सिंदूर , चमेली का तेल , वस्त्र जरूर चढाए । इन चिज को अर्पित करने से हनुमान जी भक्तों से प्रसन्न होते हैं और अपनी कृपा बनाए रखते हैं ।
महंत राघवेंद्रानंद स्वामी
महंत राघवेंद्रानंद स्वामी