मलिक भीटी में दबंग ने रास्ता किया जाम, पीड़ित ने मुख्य मंत्री से की गुहार, जिलाधिकारी ने नायब तहसीलदार को जाँच का आदेश दिया
रायबरेली जिले के थाना और तहसील डलमऊ के मलिक भीटी गांव में दो पक्षों के बीच चल रहा आम रास्ता बंद करने का विवाद गहराता जा रहा है। पीड़ित पक्ष ने इस मामले में लेखपाल पर गंभीर आरोप लगाये हैं, साथ ही मुख्यमंत्री पोर्टल पर न्याय की गुहार लगाई है।
डलमऊ के मलिक भीटी गांव में गत दिनों शारदा मिश्रा, रामचरन, रुद्रशिव मिश्र आदि ने डलमऊ कोतवाल को शिकायती पत्र दिया था। इसमें कहा गया था कि इनकी पड़ोसी बीना अवस्थी ने 200 वर्ष से चल रहे रास्ते में दीवाल बना ली। इसके बाद ग्राम प्रधान सुन्दर पासवान और पंचायत के कहने पर बीना अवस्थी ने 8 फीट रास्ता तो छोड़ा लेकिन दो दिन बाद उसे भी बांस बल्ली लगाकर बंद कर दिया। उनका कहना है कि यहाँ रास्ता था ही नहीं। इस मामले में पहले हल्का दरोगा और फिर कोतवाल ने मौका मुआयना कर रास्ता खुलवाने का प्रयास किया लेकिन वह सफल नहीं हुए। यहाँ तक कि पुलिस के बुलाने पर रास्ता बंद करने वाले बीना अवस्थी और राकेश अवस्थी वहाँ नहीं गये। इस पर कोतवाल ने एसडीएम को मामले की लिखित सूचना दी।
पीड़ित पक्ष का कहना है कि एसडीएम ने जाँच के लिए एक बार लेखपाल सत्य प्रकाश यादव और दोबारा उसी लेखपाल के साथ अन्य लेखपाल को जाँच के लिए भेजा था। पीड़ित पक्ष ने लेखपाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि लेखपाल सत्य प्रकाश यादव की विरोधी पक्ष से मिलीभगत है साथ ही वहाँ आना जाना है इसलिए उनसे न्याय की आस बिलकुल नहीं है। पीड़ित पक्ष का दावा है कि बीना अवस्थी आदि ने मतगणना में पुलिस प्रशासन की व्यस्तता का गलत लाभ उठाते हुए रास्ते के ऊपर दो दीवालों के बीच में टीनशेड रखने के लिए लोहे का एंगिल लगा दिया है। 5 जून को तो पीड़ित पक्ष को 112 पुलिस बुलानी पड़ी क्योंकि विरोधी पक्ष रास्ते के ऊपर टीन शेड रख रहा था। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर टीन रखने का काम रुकवा दिया साथ ही बीना अवस्थी को आगाह किया कि जब तक मामला लंबित है कोई निर्माण कार्य न करें। इस बीच पीड़ित पक्ष ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी मदद की गुहार लगाई है।
जिलाधिकारी ने नायब को दिया जाँच का आदेश
एंगल लगाए जाने की शिकायत के बाद भी जब मार्ग अवरुद्ध करने वाले दबंग ने टीन शेड लगाकर शासन और प्रशासन को ढेंगा दिखा दिया। तो पीड़ित पक्ष ने जिलाधिकारी और डलमऊ के उप जिलाधिकारी से मुलाकात की। दोनों ही अधिकारियों ने मामले को संज्ञान में लेते हुए नायब तहसीलदार डलमऊ को न्यायिक जांच का आदेश दिया है।